1. |
Gehra
06:10
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गहरा, होने दो
उसमें, खोने दो
गहरा, पीने दो
उसमें, सोने दो
डूबा मैं, उस जगह
रात की, हुई सुबह
जाना मैं, तेरा नशा
माना मैं, तेरा कहा
सावरिये, ना तू डरिये
कोई भी जो बोले, ना तू करिये
लहर ये, जा तू चढ़िये
अपना ही देखा अब तरिये
सावरिये, ना तू डरिये
कोई भी जो बोले, ना तू करिये
लहर ये, जा तू चढ़िये
अपना ही देखा अब तरिये
सावरिये, ना तू डरिये
कोई भी जो बोले, ना तू करिये
लहर ये, जा तू चढ़िये
अपना ही देखा अब तरिये
गहरा, पोहोंचा मैं
उसमें, बस गया
गहरी, ये दुनिया
तुझमें, मैं थम गया
सावरिये, ना तू डरिये
कोई भी जो बोले, ना तू करिये
लहर ये, जा तू चढ़िये
अपना ही देखा अब तरिये
सावरिये, ना तू डरिये
कोई भी जो बोले, ना तू करिये
लहर ये, जा तू चढ़िये
अपना ही देखा अब तरिये
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2. |
Phasa
07:12
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ज़िन्दगी, एक नशा, होने को है
कोई ये बताये कोई ये सुनाये तेरी जान क्यों है
मन में सोच, एक सज़ा भारी क्यों है
तू ना बच पाए, तू ही पछताए, एक आंधी तोह है
आगमी, रचता तु, हस्ता तू है
फिर वही डराए, वह ही बहकाये अब जलता तू है
बंदिशे, ये कह रही, जाल तोह है
तेरी मथ गंदगी, पाश में पड़ी, ये बवाल तोह है
फांसा ये, गोल गोल
फांसें में तू, घोल घोल
करले कोशिश, खोल खोल
फांसा ये है, बंद झोल
सारा डर खोने का ये वादा क्यों है
उसकी हुई आदत, उसकी एक आहट एक बाधा क्यों है
जाने जान तू अभी सादा क्यों है
जब भी लगे प्यारी, मुझमें बेकरारी इतनी ज़्यादा क्यों है
फांसा ये, गोल गोल
फांसें में तू, घोल घोल
करले कोशिश, खोल खोल
फांसा ये है, बंद झोल
फांसा ये, गोल गोल
फांसें में तू, घोल घोल
करले कोशिश, खोल खोल
फांसा ये है, बंद झोल
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3. |
Ek Din Marna Hai
06:58
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अबतरी में रहते हैं हम
सादगी में रहते हैं कम
प्यार का वह काफिराना
उस नदी में डूब जाना
क्यों है मन में बेकरारी
सोच भी ये कितनी काली
अंध होके चलते जाना
कश्मकश में घुटते जाना
एक दिन मरना हमें है यहाँ
तोह जीने दो
प्यार का कितना है मीठा नशा
तोह पीने दो
एक दिन मरना हमें है यहाँ
तोह जीने दो
प्यार का कितना है मीठा नशा
तोह पीने दो
खाली सपने वह दिखाते
गुफ़्तगू कर झूटी बातें
उनके दिन जी, अपनी रातें
मुह पे पट्टी, हाथ बांधे
एक दिन मरना हमें है यहाँ
तोह जीने दो
प्यार का कितना है मीठा नशा
तोह पीने दो
एक दिन मरना हमें है यहाँ
तोह जीने दो
प्यार का कितना है मीठा नशा
तोह पीने दो
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4. |
800 Din
08:18
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कैसे वह बीते थे
चार महीने थे
कैसे बताऊँ मैं
कैसे समझाऊं में
तुझको छूना था
हाँ मैं सूना था
दिन भी गिन गिन के
काटे मुश्किल से
800 दिन अभी बाकी है
फ़िक्र और याद सताती है
मैं तू यहाँ वहाँ
ढूँढूँ कहाँ कहाँ
कभी कभी तू डर जाती है
सपने के रंग पर गाती है
हम चलें जाए वहाँ
कोई नहीं आये जहाँ
क्या वह सोच थी
गन्दी चोट थी
आँसू बह गए
बंद ही ना हुए
क्या वह दर्द था
चलता ही गया
रात भर वह चला
सुबह उठ गये
लम्बी वह रातें थी
ताज़ी वह यादें थी
तुझको खोया था
भारी वह सांसें थी
सोची जो बातें थी
अब ना कुछ राहें थी
जो ये बरसातें थी
भीगी सी आँखें थी
800 दिन अभी बाकी है
फ़िक्र और याद सताती है
मैं तू यहाँ वहाँ
ढूँढूँ कहाँ कहाँ
कभी कभी तू डर जाती है
सपने के रंग पर गाती है
हम चलें जाए वहाँ
कोई नहीं आये जहाँ
तूने ही तोह खुद को रोका है
पैसा वैसा सब ये तोह धोका है
वह सब उस जगह
मैं तू इस तरह
क्या तूने कभी नहीं सोचा है
कितना प्यारा ये हमारा सपना है
खून पसीना बहा
हर दिन रात बहा
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